क्या मुख्यमंत्री कमलनाथ दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करेगेँ या ---- ? शशिकांत चौरसिया बने नये पलासिया थाना प्रभारी।
मध्यप्रदेश के चर्चित हनी ट्रैप मामले में ज्यादा तेजी से जांच करने पर थाना प्रभारी अजीत सिंह बैस को किया गया लाइन अटैच । मध्य प्रदेश के सबसे बड़े हनी ट्रैप मामले में टीआई पर आरोप है कि उसने मामले से जुड़े दस्तावेजों को ऑडियो वीडियो की फाइल अलग से सेव करा कर रखा है ।
थाने से जुड़े सूत्र बताते हैं कि हनी ट्रैप मामले में जिस प्रकार से मंत्रालय में बैठे अधिकारियों के नाम आए हैं उससे सरकार मामले को किसी भी कीमत पर आगे नहीं ले जाना चाहती । पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद दोनों आरोपी श्वेता और बरखा सोनी अब आर-पार के मूड में हैं बताया जा रहा है कि वह बार-बार पुलिस थाने में धमकियां दे रही थी कि पुलिस ने उनके साथ गलत कार्यवाही की है सब को बेनकाब कर देंगे । महिला आरोपियों द्वारा खुलेआम धमकी के बाद पुलिस प्रशासन सकते में आ गया उच्च स्तर पर जब अधिकारियों को बताया गया तो आनन-फानन में तीनों को जेल भेजने का प्रबंध किया गया ।
क्या टीआई अजीत सिंह बैंस द्वारा प्रकरण में अति सक्रियता दिखाए जाने के कारण उसे थाने से हटाया गया या मामला कुछ और ही है ?
प्रदेश में इस प्रकार की गतिविधियों एवं कार्य प्रणाली से जनता हैरान है । मंत्रियों एवं अधिकारियों द्वारा इस प्रकार से कार्य करते हुए इस तरह के लोगों को बढ़ावा दिया जाता रहा तो ईमान्दारी से कार्य करने वालों का मनोबल टूटेगा, वहीं कार्य की गुणवत्ता भी प्रभावित होगी। क्या प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ दोषियों पर कठोर कार्यवाही कर इस प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगा पायेगें यह भविष्य के गर्त में है ---?