म. प्र. में कांग्रेस की राजनीति में भूचाल

*मुख्यमंत्री कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया की चुप रहने की नसीहत है भी काम नहीं आई ?*


 पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ सरकार में मंत्री उमंग सिंगार के बीच चल रहे राजनीतिक द्वंद  के बीच कल शाम मुख्यमंत्री कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने मंत्रियों को नसीहत दी थी कि वह अपनी बात पार्टी फोरम पर रखें दोनों बड़े नेताओं की नसीहत के बावजूद भी कांग्रेस में  विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज गवालियर में जहां एक ओर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को इशारा करते हुए सीख दी वही उनके समर्थक कमलनाथ सरकार में मंत्री गोविंद राजपूत ने भी दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार में दिग्विजय सिंह को हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है, वह मंत्रियों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं और स्वतंत्रता से काम नहीं करने दे रहे हैं। ग्वालियर दौरे पर आए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ चल रहे अन्य समर्थक मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी दिग्विजय सिंह को कई नसीहतें दी उन्होंने कहा कि भाजपा ने महाराज सिंधिया पर केंद्रित होकर चुनाव लड़ा था उसके बाद भी जनता ने भाजपा द्वारा दिए गए नारे माफ करो महाराज को नकारते हुए प्रदेश में कांग्रेस को बहुमत दिया और सरकार बनाई दिग्विजय सिंह जी उस समय कहां थे जब कांग्रेसी सड़कों पर संघर्ष कर रहे थे कुल मिलाकर देखा  देखा जाए तो मंत्री उमंग सिंघार दो चुप्पी साध गए लेकिन उन्हें नसीहत देने वालों की संख्या ही बढ़ गई मुरैना से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक  पूर्व मंत्री  ऐदल सिंह कंसाना ने  मंत्री उमंग सिंगार को मंत्रिमंडल से बाहर करने की  बात कहते हुए  कहा कि  सिंधिया के  सभी समर्थक मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर कर देना चाहिए  इन मंत्रियों से योग  और वरिष्ठ विधायक कांग्रेस में है । जबलपुर से कांग्रेस सरकार में मंत्री लखन घनघोरिया ने भी कहा कि दिग्विजय सिंह ने मंत्रियों को पत्र लिखकर कोई गलत काम नहीं किया वह बड़े नेता है किसी भी मंत्री से जवाब सवाल कर सकते हैं इस बीच अलीराजपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल ने उमंग सिंगार को भाजपा का दलाल बताते हुए कहा कि उमंग सिंघार भ्रष्टाचार बढ़ा रहे हैं उन्हें हद में रहना चाहिए । मध्यप्रदेश में पत्र लिखने को लेकर मचे घमासान के बीच धार से विधायक हीरालाल अलावा ने भी सरकार के प्रति असंतोष प्रकट किया है अलावा ने कहा कि सरकार आदिवासियों के हितों की रक्षा नहीं कर रही है निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने भी स्पष्ट तौर पर कहा कि इस सरकार में हमारा भविष्य सुरक्षित नहीं है । मध्यप्रदेश में घट रहे राजनीतिक घटनाक्रम में राजनीतिक घटनाक्रम में पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने भी मंत्री उमंग सिंगार  को भाजपा का दलाल और एजेंट बताया कुल मिलाकर देखा जाए तो सत्तारूढ़ कांग्रेस में अनुशासनहीनता चरम पर है शीर्ष नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी से दल के दूसरे विधायकों का मनोबल लगातार गिर रहा है और सरकार के जाने का भय भी उन्हें सता रहा है ।
*संकलनकर्ता : प्रवेश श्रीवास्तव*🙏