तर्क करें : प्रवेश श्रीवास्तव : 8269953333

🌹आर्य भट्ट ने शून्य की खोज की तो रामायण में रावण के दस सर की गणना कैसे की गयी?✍


🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹


🌹रावण के दस सिर कैसे हो सकते हैं, जबकि शून्य की खोज आर्यभट्ट ने की?✍


💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥


🌹कुछ लोग हिन्दू धर्म व "रामायण" महाभारत "गीता" को काल्पनिक दिखाने के लिए यह प्रश्न करते है कि जब आर्यभट्ट ने लगभग 6 वी शताब्दी मे (शून्य/जीरो) की खोज की तो आर्यभट्ट की खोज से लगभग 5000 हजार वर्ष पहले रामायण मे रावण के 10 सिर की गिनती कैसे की गई !!!✍


💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘


🌹और महाभारत मे कौरवो की 100 की संख्या की गिनीती कैसे की गई !!✍


💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥


🌹जबकि उस समय लोग (जीरो) को जानते ही नही थे !!✍


 


🌹तो लोगो ने गिनती को कैसे गिना !!!!✍


 


🌹अब मै इस प्रश्न का उत्तर दे रहा हु !!✍


 


🌹कृपया इसे पूरा ध्यान से पढे!✍


 


🌹आर्यभट्ट से पहले संसार 0(शुन्य) को नही जानता था !!✍


 


🌹आर्यभट्ट ने ही (शुन्य / जीरो) की खोज की, यह एक सत्य है !!✍


 


🌹लेकिन आर्यभट्ट ने "0( जीरो )"" की खोज *अंको मे* की थी, *शब्दों* में खोज नहीं की थी, उससे पहले 0 (अंक को) शब्दो मे शुन्य कहा जाता था !!!✍


🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹


🌹उस समय मे भी हिन्दू धर्म ग्रंथो मे जैसे शिव पुराण,स्कन्द पुराण आदि मे आकाश को *शुन्य* कहा गया है !!✍


 


🌹यहाँ पे "शुन्य" का मतलव अनंत से होता है !!✍


 


🌹लेकिन *रामायण व महाभारत* काल मे गिनती अंको मे न होकर शब्दो मे होता था,और वह भी *संस्कृत* मे !!✍


💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥


🌹उस समय *1,2,3,4,5,6,7,8, 9,10* अंक के स्थान पे *शब्दो* का प्रयोग होता था वह भी *संस्कृत* के शव्दो का प्रयोग होता था !!!✍


💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘


🌹जैसे !✍


 


🌹1 = प्रथम✍


 


🌹2 = द्वितीय✍


 


🌹3 = तृतीय"✍


 


🌹4 = चतुर्थ✍


 


🌹5 = पंचम""✍


 


🌹6 = षष्टं"✍


 


🌹7 = सप्तम""✍


 


🌹8 = अष्टम""✍


 


🌹9 = नवंम""✍


 


🌹10 = दशम !!✍


 


🌹*दशम = दस*✍


 


🌹यानी" दशम मे *दस* तो आ गया,लेकिन अंक का✍


 


🌹0 (जीरो/शुन्य ) नही आया,‍‍रावण को दशानन कहा जाता है !!✍


 


🌹*दशानन मतलव दश+आनन =दश सिर वाला*✍


 


🌹अब देखो✍


 


🌹रावण के दस सिर की गिनती तो हो गई !!✍


 


🌹लेकिन अंको का 0 (जीरो) नही आया !!✍


💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥


🌹इसी प्रकार महाभारत काल मे *संस्कृत* शब्द मे *कौरवो* की सौ की संख्या को *शत-शतम* ""बताया गया !!✍


 


🌹*शत्* एक संस्कृत का "शब्द है,✍


 


🌹जिसका हिन्दी मे अर्थ सौ (100) होता है !!✍


 


🌹सौ(100) "को संस्कृत मे शत् कहते है !!✍


 


🌹*शत = सौ*✍


 


🌹इस प्रकार महाभारत काल मे कौरवो की संख्या गिनने मे सौ हो गई !!✍


 


🌹लेकिन इस गिनती मे भी *अंक का 00(डबल जीरो)* नही आया,और गिनती भी पूरी हो गई !!!✍


 


🌹महाभारत धर्मग्रंथ में कौरव की संख्या शत बताया गया है!✍


💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘


🌹रोमन मे भी✍


 


🌹1-2-3-4-5-6-7-8-9-10 की✍


 


🌹जगह पे (¡)''(¡¡)"""(¡¡¡)""✍


 


🌹पाँच को V कहा जाता है !!✍


 


🌹दस को x कहा जाता है !!✍


 


🌹रोमन मे x को दस कहा जाता है !!✍


 


🌹X= दस✍


 


🌹इस रोमन x मे अंक का (जीरो/0) नही आया !!✍


 


🌹और हम" दश पढ "भी लिए✍


 


🌹और" गिनती पूरी हो गई!!✍


 


🌹इस प्रकार रोमन word मे "कही 0 (जीरो) "नही आता है!!✍


 


🌹और आप भी" रोमन मे""एक से लेकर "सौ की गिनती "पढ लिख सकते है !!✍


 


🌹आपको 0 या 00 लिखने की जरूरत भी नही पड़ती है !!✍


💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥


🌹पहले के जमाने मे गिनती को *शब्दो मे* लिखा जाता था !!✍


 


🌹उस समय अंको का ज्ञान नही था !!✍


 


🌹जैसे गीता,रामायण मे 1"2"3"4"5"6 या बाकी पाठो (lesson ) को इस प्रकार पढा जाता है !!✍


 


🌹जैसे✍


 


🌹(प्रथम अध्याय, द्वितीय अध्याय, पंचम अध्याय,दशम अध्याय... आदि !!)✍


 


🌹इनके"" दशम अध्याय ' मतलब✍


 


🌹दशवा पाठ (10 lesson) "" होता है !!✍


 


🌹दशम अध्याय= दसवा पाठ✍


 


🌹इसमे *दश* शब्द तो आ गया !!✍


 


🌹लेकिन इस दश मे *अंको का 0* (जीरो)" का प्रयोग नही हुआ !!✍


 


🌹बिना 0 आए पाठो (lesson) की गिनती दश हो गई !!✍


 


🌹(हिन्दू बिरोधी और नास्तिक लोग सिर्फ अपने गलत कुतर्क द्वारा‍ हिन्दू धर्म व हिन्दू धर्मग्रंथो को काल्पनिक साबित करना चाहते है !!)✍


🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹


🌹जिससे हिन्दूओ के मन मे हिन्दू धर्म के प्रति नफरत भरकर और हिन्दू धर्म को काल्पनिक साबित करके,हिन्दू समाज को अन्य धर्मों में परिवर्तित किया जाए !!!*✍


💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥


🌹लेकिन आज का हिन्दू समाज अपने धार्मिक शिक्षा को ग्रहण ना करने के कारण इन लोगो के झुठ को सही मान बैठता है !!!✍


💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘


🌹यह हमारे धर्म व संस्कृत के लिए हानि कारक है !!✍


 


🌹अपनी सभ्यता पहचाने,गर्व करे की हम भारतीय है।*✍


-🌹संकलनकर्ता : प्रवेश श्रीवास्तव : 8269953333🌹✍


-